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दुनिया

  • Writer: soumya ray
    soumya ray
  • Apr 4, 2023
  • 1 min read

घर की चार दिवारी के बाहर एक दुनिया

तेरी एक दुनिया से परे ये मेरी दुनिया

रौशनी में पंख फैलाये चिड़िया का बसेरा है ये दुनिया

उस अंधकार से दूर मेरी ये दुनिया

जहाँ हर रंग में रंगे हैं सब लोग, ऐसी मेरी दुनिया

काले गोरे में भेद भाव नहीं , ऐसी मेरी दुनिया।


-- सौम्या

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